
कोल ट्रांसपोर्ट के तांडव पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा। कोल ट्रांसपोर्ट के कारण जयंत शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर आम जनता का चलना दूभर हो गया है। कोल ट्रांसपोर्ट का तांडव इस कदर है कि यदि अनियंत्रित कोयला लदे ट्रेलरों के चपेट में आ जाए तो मौत होना निश्चित है। रविवार दोपहर कोटा जिला पंचायत प्रतिनिधि संत कुमार जयंत से शक्तिनगर की तरफ लौट रहे थे, तभी अनियंत्रित गति से आ रहे ट्रेलर ने संत कुमार की गाड़ी की तरफ तेजी से आने लगा, जिसे देखकर संत कुमार ने अपनी कार को मुख्य सड़क से नीचे उतारा, तब जाकर वह बच पाए। पूरे घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की खासी भीड़ जमा हो गई।

आंबेडकर नगर ग्रामीण व व्यापारी पूरे घटना से आक्रोशित होकर एनसीएल दुद्धीचुआ महाप्रबंधक कार्यालय पहुंच कर कोल ट्रांसपोर्टरों के तांडव के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विरोध इस कदर बढ़ गया कि कोयला लदे ट्रेलरों को मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के अंदर ग्रामीणों ने खड़ी करानी शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एनसीएल दुद्धीचुआ सुरक्षाकर्मियों और ग्रामीणों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। घटना की सूचना पर पहुंचे शक्तिनगर पुलिस ने किसी तरह ग्रामीणों को शांत कराया और प्रबंधन से वार्ता कर उचित रास्ता निकालने का आश्वासन दिया और आरोपी ट्रेलरों को शक्तिनगर पुलिस ने उचित कार्रवाई के लिए थाने लाया।

जिला पंचायत प्रतिनिधि संत कुमार की कार को टक्कर लगने से बाल-बाल बचने की खबर ग्रामीणों को लगी तो मौके पर पहुंचकर उक्त ट्रेलरों यूपी 64 एटी 8440, यूपी 64 एटी 2880 और यूपी 64 एटी 5978 को रोक कर विरोध करने लगे। जिसके बाद मौके पर पहुंचे ट्रांसपोर्टरों के गिरोह ने ग्रामीणों संग दबंगई और मारपीट का प्रयास किया। जिससे ग्रामीण आक्रोशित होकर एनसीएल दुद्धीचुआ महाप्रबंधक कार्यालय गेट पर विरोध प्रदर्शन करने को विवश हुए।
