
Sonebhadra : अतिक्रमण हटाने आया बुलडोजर बैरंग वापस लौटा।
Sonebhadra : अतिक्रमण हटाने आया बुलडोजर बैरंग वापस लौटा। अतिक्रमण हटवाने आये बुलडोजर को बैरंग वापस लौटना पड़ा। सोनभद्र जिले के बीजपुर में अतिक्रमण हटवाने आये बुलडोजर को बिना अतिक्रमण गिराए वापस जाना पड़ा। अतिक्रमण हटाने के लिए कई थानों की फोर्स के साथ पीएसी के जवान एवं पर्याप्त मात्रा में महिला कांस्टेबल तैनात रहे। लेकिन केवल खानापूर्ति कर अधिकारियों को वापस जाना पड़ा।
सोनभद्र जिले के बीजपुर में वन विभाग व राजस्व विभाग अपनी-अपनी जमीन बताकर रविवार को अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकारी पहुँचे थे। जबकि भू-स्वामी का दावा है कि हमारी जमीन का मामला वन विभाग से जिला सत्र न्यायालय में चल रहा है। इस वजह से आज बगैर कार्यवाही के बुलडोजर को बैरंग वापस जाना पड़ा। SONEBHADRA NEWS

जिले में वन विभाग के ज्यादातर मामले जमीन संबंधित आते हैं। ऐसा ही मामला बीजपुर थाना क्षेत्र में देखने को मिला। सूत्रों की माने तो वन विभाग की जमीन पर वन विभाग के कुछ कर्मियों की मिलीभगत से एक बस्ती बना रखी है जो रोड के बाएं साइड में बनी हुई है। पूर्व में भी जिले में उम्भा में जमीनी विवाद में कईयों की जान जा चुकी है। वहीं उम्भा कांड में अभी कई लोग जेल के सलाखों के पीछे हैं। उम्भा कांड के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार ने जमीन सम्बन्धी मामलों के लिए विशेष टीम गठित कर जल्द से जल्द विवाद सुलझाने के प्रयास किये पर अधिकारी सुधरने का नाम नही ले रहे है। पुनः उम्भा जैसे कांड की पुनरावृति न हो इसके लिए शासन प्रशासन को जागना पड़ेगा। SONEBHADRA NEWS
वहीं अतिक्रमण हटवाने आए नायब तहसीलदार दुद्धी विशाल पासवान ने कहा की जमुना गुप्ता के द्वारा तहरीर दी गई थी कि हमारे जमीन पर अवैध अतिक्रमण हो रहा है लेकिन अभी यह क्लियर नहीं हुआ है कि उक्त जमीन वन विभाग की है या राजस्व की है। जबकि वन विभाग के द्वारा यह कहा जा रहा है कि उक्त जमीन जिस पर विवाद है वह जमीन वन विभाग की है, जिस पर अस्थाई निर्माण किया गया है। जिसको हटवा दिया गया है। जिसके कारण उक्त जमीन पर बने मकान को धराशाही नहीं किया गया। अतिक्रमण हटवाने आई टीम में तहसील से नायब तहसीलदार के अलावा लेखपाल संतोष यादव राघवेंद्र वर्मा सहित अन्य कई लोग मौजूद थे। सुरक्षा की दृष्टि से भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रही। SONEBHADRA NEWS
भूस्वामी राजेश कसेरा का कहना है की उक्त जमीन का हमारा मामला न्यायालय में चल रहा है, फिर भी अधिकारी लोग हमारा घर गिराने आए हैं। जबकि वन विभाग यह कह रहा है कि जमीन हमारी है। उधर राजस्व विभाग कह रहा है कि जमीन हमारी है। पहले यह लोग आपस में क्लियर कर लें कि आखिर यह जमीन है किसकी तब कोई कार्रवाई की जाए। SONEBHADRA NEWS
