
PROPHET MUHAMMAD ROW (PROPHET REMARKS) : अरब देश, पाकिस्तान में शिया और चीन में वीगर मुसलमानों पर जुल्म को लेकर क्यों नहीं बोलते ? प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और विदेश मंत्री, ऐसे पदों पर बैठे व्यक्तियों से उम्मीद की जाती है कि पैगंबर जैसे संजीदगी वाले मुद्दे पर अपना पक्ष रखें। ऐसे माहौल में प्रधानमंत्री की चुप्पी का क्या मतलब हुआ? यही कि वह इससे असहमत नहीं है, कम से कम इतना तो कहा ही जा सकता है… उक्त बातें हैं पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा प्रवक्ता की कथित टिप्पणी से उपजे विवाद पर कही।
PROPHET MUHAMMAD ROW (PROPHET REMARKS) : भाजपा प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी से तूल पकड़ता विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ‘जुम्मे की नमाज’, के दिन मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद इकट्ठी हुई भीड़ कई राज्यों में हिंसक घटनाओं का कारण बनी और कई जगह झड़पें जानलेवा तक साबित हुई। प्रधानमंत्री मोदी की इस पूरे मुद्दे पर चुप्पी को पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी एक्सीडेंटल नहीं अर्थपूर्ण बताते हैं।
पैगंबर मोहम्मद टिप्पणी विवाद पर पूर्व राजनयिक जेके त्रिपाठी के अनुसार कुछ देश प्रोपेगेंडा (दुष्प्रचार) का हिस्सा बन जाते हैं। चीन में वीगर मुसलमानों पर जुल्म की बात हो या पाकिस्तान में सिया मुसलमान मारे जा रहे हो, इन तमाम मुद्दों पर अरब देश चुप्पी साधे रहता है। ऐसे में अचानक भाजपा प्रवक्ता की कथित टिप्पणी से उपजे विवाद पर सुनियोजित तरीके से अरब देश दुष्प्रचार का हिस्सा बनते जा रहे हैं। किसी के बहकावे में आकर इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का प्रयास हो रहा है।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि आज जिहादी मुस्लिम नेतृत्व जानबूझकर मुस्लिम समुदाय को हिंसा और अधर्म के पद पर ले जा रहा है। ऐसे तत्वों के साथ सख्ती से निपटने का प्रयास होना चाहिए। जो तत्व देश के शांतिपूर्ण और समावेशी लोकाचार को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि भारत अपने संविधान के तहत काम करता है ना की शरिया अपराधी कानून के मुताबिक। जिन लोगों का इस्तेमाल किया जा रहा है मुनैया ध्यान में रखना चाहिए कि वह इस मामले में जज नहीं हो सकते हैं।
पैगंबर विवाद में बवाल मचाने वाले मुस्लिम देशों का अपने अल्पसंख्यकों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं – योगेंद्र यादव।
पूरे प्रकरण पर स्वराज इंडिया के पूर्व अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने अपने एक ताजा लेख में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम बिरादरी से हम उम्मीदें नहीं लगा सकते। मुश्किलों के भंवर में फंसे हिंदुस्तानी मुसलमानों के हितैषी के रूप में हम इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिल रहे इस समर्थन की एक दीर्घकालिक कीमत भी चुकानी पड़ सकती है। आज मोदी सरकार को अपने दो प्रवक्ताओं की वजह से वैश्विक स्तर पर किरकिरी झेलनी पड़ रही है।
योगेंद्र यादव ने लिखा है, जो देश पैगंबर विवाद में बवाल मचा रहे हैं, उनमें से अधिकतर मुस्लिम देशों का अपने अल्पसंख्यकों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं रहा है। ऐसे देशों में धार्मिक स्वतंत्रता का रिकॉर्ड निम्न स्तर पर रहा है। इसके बावजूद भी अरब देश भारत से माफी मांगने की बात कर रहे हैं, तो इसमें उनका ढीठपन नजर आता है।
योगेंद्र यादव ने आगे कहा चीन में वीगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार को लेकर पाकिस्तान कितनी बार बोला है, ना के बराबर। लेकिन पैगंबर विवाद के बीच पाकिस्तान ने तनिक भी देरी नहीं लगाई। PROPHET MUHAMMAD ROW
(PROPHET REMARKS)
