
सोनभद्र में पर्यटन को नई पहचान देंगी महामहिम राज्यपाल।
सोनभद्र में महामहिम राज्यपाल के दौरे से पर्यटन को नई पहचान मिलने की संभावना जताई जा रही है। जिले में महामहिम राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल का दो दिवसीय दौरा बुधवार से होगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का आगमन इस बार सोनभद्र जिले के लिए बेहद खास होगा। दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान वह आदिवासी परिवारों को भूमि के पट्टे का तोहफा देंगी, तो अब तक उपेक्षित पड़े जिले के पर्यटन उद्योग में नई जान डालेंगी। यह पहला मौका होगा जब किसी राज्यपाल के कदम दुनिया के सबसे बड़े और पुराने फॉसिल्स पार्क में पड़ेंगे।
राज्यपाल की अगवानी के लिए फॉसिल्स पार्क में तैयारियां जोरों पर रही। राज्यपाल के आगमन को देखते हुए तैयारियां पूरी कर ली गयी है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साफ-सफाई के अलावा सर्किट हाउस से सलखन तक सड़क मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है।
सलखन फॉसिल्स पार्क में राज्यपाल के आगमन को बेहद अहम माना जा रहा है। राज्यपाल फॉसिल्स पार्क के अलावा इको प्वाइंट पर भी पहुंचेंगी, जहां से मारकुंडी घाटी के विहंगम दृश्य को निहारेंगी। इसी इको प्वाइंट को कभी पं. नेहरू ने भारत के स्वीट्जरलैंड की संज्ञा दी थी। तब वह चुर्क सीमेंट फैक्ट्री का उद्घाटन करने आए थे। रौंप स्थित पंचमुखी पहाड़ी पर भी राज्यपाल जाएंगी। वहां पंचमुखी महादेव के पूजन-अर्चन के अलावा प्राचीन भित्ति चित्रों को भी देखेंगी। राज्यपाल के इस भ्रमण को जिले में पर्यटन के विकास के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करीब 24 घंटे तक सोनभद्र जिले में रहेंगी। वह 18 मई की शाम 03.20 बजे चंदौली जिले के नौगढ़ से रवाना होकर 03.40 बजे जिले के चुर्क पुलिस लाइंस स्थित हेलीपैड पर पहुंचेंगी। वहां से सीधे सर्किट हाउस जाएंगी। कुछ देर रुकने के बाद शाम 04.50 बजे सलखन फॉसिल्स पार्क रवाना होंगी। फासिल्स पार्क के भ्रमण के बाद वह शाम साढ़े पांच बजे पंचमुखी महादेव मंदिर जाएंगी। मंदिर में दर्शन पूजन के बाद सोन इको प्वाइंट पहुंचेंगी। इसके बाद वापस सर्किट हाउस लौट जाएंगी। अगले दिन 19 मई को सुबह 09.40 बजे पुलिस लाइंस से बभनी के सेवाकुंज आश्रम कारीडांड चपकी के लिए रवाना होंगी।
चपकी में वह शाम चार बजे तक रहेंगी। इस दौरान वह वनाधिकार पट्टों का वितरण, रेडक्रास सोसायटी के चेयरमैन को प्रमाण-पत्र, तीन सफाई कर्मियों को पुरस्कार व सफाई किट का वितरण करेंगी। तीन क्षय रोगियों के अभिभावकों को सहायता उपलब्ध कराएंगी। इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के कार्यक्रम में भाग लेंगी। आंगनबाड़ी केंद्र व प्राइमरी विद्यालय को देखेंगी।
सोनभद्र जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के दौरे से सोनभद्र पर्यटन को ख्याति मिलने की अपार संभावना जताई जा रही है। यदि उत्तर प्रदेश सरकार सोनभद्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करती है तो नक्सल प्रभावित जिले के लिए यह बेहतर कदम साबित होगा।
