
इश्क की बिरयानी (भाग-1)… तुम रूठी रहो मैं मनाता रहूं, इन अदाओं पर प्यार आता है।
Ishq Ki Biryani (Part-1)... You stay angry, I keep celebrating, love comes on these acts.
प्यार का पहला एहसास और गुलाबी ख्यालों में डूबे लौंडो की सोशल मीडिया से शुरू हुई बिरियानी पकने की कहानी कब मोहल्ले के बीच चर्चा बन जाती है, यह कोई नहीं समझ पाता? लेकिन इस दौर से हर कोई गुजरा है, जिसके सीने में दिल धड़कता है। किसी का पुलाव बिरयानी बन गया तो किसी का पुलाव जल भी गया। मोबाइल स्क्रीन पर किसी खास विशेषकर नाम देखकर धड़कनें बढ़ जाना और मैसेंजर व्हाट्सएप पर मैसेज डिलीवरी के बाद ब्लू टिक देखकर रिप्लाई का घंटों इंतजार करना, खलिहर सिंगर लौंडो का मुख्य रोजगार है। इश्क की बिरयानी भाग-1 को पढ़िए और अपने इश्क के पहले अहसास को महसूस कीजिए-
उन दोनों को एक दूसरे की आदत सी हो रही थी। “खाना खाया?, क्या खाया?, कैसी हो?” बातें इतनी की जैसे कभी ख़त्म ही न हों। फ़ोन स्क्रीन पे नाम ही देखकर धड़कने बढ़ जाती और अनचाही मुस्कान चेहरे पर खिल जाती। कभी कभी तो अम्मा भी बोल देती की “केकर मेसेज है? कि इतना खिल रहे हो,” और जवाब में लड़का हंस के टाल देता सवाल को।
रात-रात भर बातें हो रही थी, इश्क़ की शुरुआत भी तो ऐसे ही होती है। लड़का ख़याली पुलाव पकाता, ताने-बाने बुनता और लड़की सुन-सुन के शर्माती, धीरे धीरे पुलाव दोनो तरफ़ से पकने लगा, धीमी-धीमी आँच पर पक रहा ये पुलाव कब इश्किया बिरयानी बन गया पता ही नही चला। पुलाव की महक से सारा फ़ेसबुक भी जान गया की वहाँ कुछ पक चुका है। बात करते करते लड़की का Data Pack भी ख़त्म होने के क़रीब आ गया, लड़के ने लड़की को एक गाना भेजा- “सुनिये! एक गाना भेजें हैं आपको, डाउनलोड कर लीजिए, सुन के बताइए कैसा है?”
“हाँ आगया है, कर लेंगे डाउनलोड, अभी 6 MB ही डेटा बचा है। Download कर लिए तो आपसे बात नही कर पाएँगे।”
अच्छा! अभी तो हमारे अकाउंट में भी पैसा नही है वरना अभी हम तुरंत रीचार्ज करा देते।
“अरे नही नही, हम करा लेंगे। ये सब मत कीजिएगा आप, कल बगल की दुकान पर जाके करा लेंगे रिचार्ज।”
अच्छा ठीक है।
वैसे गाना कौन सा था?
अरे! अब डाउनलोड करके सुनिएगा आप।
ठीक है।
बातें होती गयीं और पुलाव के साथ बिरयानी पकता गया। कुछ देर बाद डेटा भी ख़त्म हो गया और मजबूरन दोनों को सोना ही पड़ा। अगली सुबह लड़के ने मेसेज किया पर डिलिवर्ड नही हुआ। सिंगल टिक, सिंगल लौंडो को बहुत काटती है। ११-१२ बजे तक जब कोई रिस्पोंस नही आया तो लड़के ने लड़की के मोबाइल का रीचार्ज करा ही दिया। कुछ देर बाद उधर से मेसेज आया-
आपने रीचार्ज क्यूँ कराया?
हमने नही कराया अपने आप हो गया। हां हां हा…
हंसने की ज़रूरत नही है, ये सब हमको बिलकुल पसंद नही है। शाम को हम निकलते तो ख़ुद न करा लेते?
सुनिए! अच्छा SORRY अब आगे से ऐसा नही होगा, शाम को आप हमारा रीचार्ज करा दीजिएगा ठीक? अच्छा गाना डाउनलोड की?
“हाँ डाउनलोड हो रहा है, पर ये सब बिलकुल नहीं अच्छा, हमको बहुत बुरा लग रहा है।
अरे नाराज़ मत होईए! अब नही होगा ऐसा।
लड़की ने कोई रिप्लाई नही दिया, लड़कियों का ग़ुस्सा वो ही जानें, लड़के ने कई मेसेज किए पर ब्लू टिक का कोई जवाब नही आया। साला इमप्रेस करने के चक्कर में परेशान कर दिए उसको, लड़का ख़ुद को कोसने लगा। अचानक से मेसेज आया-
हाहाहाहाहा… हे भगवान! आप कभी नही सुधरोगे न? ये कौन सा गाना भेजे हैं आप?
हमको पता था आप गुस्साने वाली हैं इसी लिए भेजा उसे, लड़के के चेहरे पे कभी ना रुकने वाली स्माइल थी, लड़की के चेहरे पे बेतरतीब हसीं। लड़की गाना सुनती और हँसती।
मुकेश कुमार साहेब ने भी क्या गाना गाया है..
“तुम रूठी रहो मैं मनाता रहूँ, तुम रूठी रहो मैं मनाता रहूँ, की इन अदाओं पे और प्यार आता है।
गाने सुनने के हंसी के बीच कुछ देर के खामोशी के बाद… पढ़ें इश्क की बिरियानी भाग-2 में…
