
फिर से कोरोना केसों में तेजी से बढ़ोतरी: लापरवाही पड़ेगी भारी।
कोरोना महामारी (Covid-19) की भयावहता को पूरी दुनिया ने देखा है और थोड़ी राहत के बाद विश्व के कई देशों में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। तेजी से बढ़ते कोरोना केसों ने फिर से चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं और महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 7 मार्च से 13 मार्च के बीच एक करोड़ से ज्यादा नए संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। कुछ देशों में तो स्थिति ऐसी हो गई है कि वहां फिर से लाकडाउन (Lockdown) लगाना पड़ा है।
ब्रिटेन, चीन, हांगकांग व दक्षिण कोरिया आदि देशों में कोरोना के कारण फिर से प्रतिबंध लगाए गए हैं। ब्रिटेन के लंदन में महामारी के तेजी से बढ़ते आंकड़ों ने देशों को चिंता में डाल दिया है। लोगों को फिर से कोरोना की दिशानिर्देशों का पालन एहतियात के तौर पर करना पड़ेगा नहीं तो उल्लंघन करना भारी पड़ सकता है।
हांगकांग (Hongkong) में शुक्रवार को लगभग 20000 में कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। दूसरे देश से आने वाले लोगों के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया गया है और स्कूल, जिम, सिनेमाहॉल, शॉपिंग आदि को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं इटली (Italy) के राजधानी रोम (Rome) में कोरोना के लगभग 80000 नए मामले मिले हैं और जर्मनी (Germany) में पिछले 24 घंटे में लगभग 300000 नए मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
चीन में कोरोना का पहला केस सामने आया था और जिसके बाद चीन (China) के कई शहरों में कोरोना ने लोगों को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया था। शंघाई में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और शहर व्यापी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। लोगों को 48 घंटे तक घरों में रहने को कहा गया है। दक्षिण कोरिया (South Korea) की राजधानी सियोल में कोरोना से औसतन प्रतिदिन मृत्यु दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लगभग 600000 से अधिक नए संक्रमण की आंकड़े जारी किए हैं और ओमीक्रोन के बढ़ते मामले पर चिंता व्यक्त की गई है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए देश में स्कूल व कॉलेजों को बंद करने पर विचार किया जा रहा है।
