
योगी का शहर : पुलिस ने चलाए आंसू गैस के गोले, उपद्रवियों का तोड़फोड़, जवान को शहीद का दर्जा दिलाने को लेकर बवाल।
गोरखपुर । ब्रेकिंग न्यूज़ ।
समूचे गांव को पैरामिलिट्री और पुलिस बल तैनात कर सील बंद कर दिया गया है ताकि गांव से कोई बाहर या अंदर ना आ जा सके। डीएम और एसपी की मौजूदगी में 10:00 बजे जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुबह 5:00 बजे गांव पहुंचे डीएम और एसपी, परिजनों से वार्ता कर शव को अंतिम संस्कार के लिए राजी किया। शुक्रवार को सेना में शिक्षक पद पर तैनात धनंजय का 100 घर पहुंचा तो इस दौरान प्रशासनिक व पुलिस अफसर मौजूद न होने से गांव के लोग भड़क उठे और गुस्साई भीड़ ने चौराहों पर प्रदर्शन करते हुए रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे डीएम हुआ पुलिस के अफसरों पर भी भीड़ ने पथराव किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, आधा दर्जन गाड़ियों को नुकसान पहुंचा और कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका।

गोरखपुर में इलाके के राधोपट्टी निवासी सेना में शिक्षक पद पर तैनात धनंजय यादव का शव शुक्रवार को गांव पहुंचा तो प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति ना होने पर गांव वालों ने बवाल मचा दिया। जवान को शहीद का दर्जा, बहन को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा देने की मांग को लेकर स्थानीय लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। घटना की जानकारी होने पर डीएम व एसपी भीड़ को समझाने पहुंचे तो भड़की भीड़ ने उन पर ही पथराव कर दिया। डीएम और पुलिस वालों ने भाग कर अपनी जान बचाई और बाद में अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचने पर आंसू गैस के गोले दागकर हालात काबू किया गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार गोरखपुर निवासी धनंजय यादव 2014 में सेना में शिक्षक पद पर चयनित हुए थे। सिक्किम में ड्यूटी के दौरान 22 मार्च की शाम उनकी मृत्यु हो गई। शुक्रवार को धनंजय का सॉन्ग गांव पहुंचा तो मौके पर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद न होने से भीड़ उग्र हो गई और चौराहों पर प्रदर्शन करते हुए रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।

शव उठाने के दौरानं पुलिस पर हुआ पथराव, आधा दर्जन गाड़ियों को उपद्रवियों ने पहुंचाया नुकसान-
गोरखपुर। चौरीचौरा में धनंजय यादव की मौत को लेकर किए गए जाम को खुलवाने पहुंचे जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने परिजनों और जामकर्ताओं से तीन दौर वार्ता किया। चौथे दौर की वार्ता में परिजनों से उनकी सार्थक बात हुई और धनंजय के पिता रामनाथ यादव शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने को तैयार हो गए। लेकिन जाम करने वालों में शामिल कुछ उपद्रवी तत्वों ने शव को उठाने से मना कर दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद का नारा लगाया और पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस शव को उठाकर जैसे ही ट्रक में रखी की उपद्रवी तत्वों के द्वारा पुलिस पर दुबारा तेज पथराव शुरू कर दिया। पथराव शुरू होने के बाद पुलिस ने भी अपनी लाठियां भांजनी शुरू कर दी और लाठीचार्ज के दौरान भीड़ तितर-बितर हो गई लेकिन बार बार हो रहे पथराव से पुलिस बैकफुट पर आ गयी और भीड़ को तीतर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़ा। बाद में भीड़ छंटने के बाद पुलिस ने शव को पीएसी की गाड़ी में रखवा कर अपने कब्जे में लिया और उसे मृतक जवान के गांव भेजा। पथराव और उपद्रव के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस की आधा दर्जन गाड़ियों को पलट दिया और गाड़ियों पर भी पथराव कर कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया।

ससम्मान होगा शव का अंतिम संस्कार – डीएम।
गांव में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। डीएम विजय किरण आनन्द ने कहा कि आर्मी फोर्स आ रही है। उनकी मौजूदगी में पूरे सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार होगा। यदि कोई अनावश्यक हस्तक्षेप करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह का उपद्रव बर्दास्त नहीं होगा और उपद्रव में शामिल अराजक तत्वों की पहचान कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
