
“स्पंदन-2022” संग मना मानविकी संकाय का विदाई समारोह।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी कैंपस शक्तिनगर में कुलपति प्रो0 आनंद कुमार त्यागी तथा कार्यकारी निदेशक डॉ चंद्रशेखर सिंह के निर्देशन में मानविकी संकाय की ओर से बुधवार को 11:30 बजे से अंबेडकर भवन में विदाई समारोह “स्पंदन 2022” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनटीपीसी एमजीआर महाप्रबंधक डीके सारस्वत रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ अनिल कुमार दुबे ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण से हुआ। तदुपरांत नमिता शर्मा के द्वारा गणेश वंदना, मनोरमा के द्वारा कुलगीत एवं स्वागत गीत की मनोहारी प्रस्तुति दिया गया। मुख्य अतिथि पीके सारस्वत ने अपने उद्बोधन में कहा कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की एक गौरवशाली परंपरा रही है। यहां से पढ़े लिखे लोग संपूर्ण विश्व में अपने व्यक्तित्व के बल पर लोहा मनवाया है। देश के आजादी के आंदोलन में भी विद्यापीठ के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता। आप सभी को सफलता की शुभ कामना करता हूं।

अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉक्टर अनिल कुमार दुबे ने कहा कि आज का यह आयोजन निश्चय ही कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है, आज शहीदी दिवस भी है। विद्यापीठ राष्ट्रभाषा खादी एवं देश की आजादी का नेतृत्व करता रहा है। मुझे आशा ही नहीं विश्वास भी है कि यहां से निकले हमारे छात्र छात्राएं निश्चय ही इस संस्था का नाम रोशन करेंगे। छात्र-छात्राओं की ओर से माही, अफसाना परवीन, आदित्य, काजल, उषा, उजाला, खुशबू, गीता, अदिति इत्यादि के द्वारा नृत्य, संगीत, सोलो डांस, मोनो एक्टिंग इत्यादि विविध प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का संचालन, विक्रांत तथा खुशबू के द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ छोटेलाल प्रसाद जायसवाल द्वारा दिया गया।
इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ मानिक चंद पांडेय के साथ सांस्कृतिक समिति के सदस्यों में डॉ छोटेलाल, उदय नारायण, डॉ ओम प्रकाश, डॉ त्रिपाठी, श्रीमती अजय लक्ष्मी तथा अनुशासन समिति की ओर से डॉ विनोद कुमार पांडे, डॉ प्रदीप कुमार यादव, दिनेश कुमार, डॉ अविनाश कुमार दुबे और रजनीकांत राम, डॉ रणवीर सिंह, अभिषेक कुमार, श्री मदनलाल, प्रशांत कुमार इत्यादि उपस्थित रहे। छात्रों की ओर से अमित कुमार, अभिषेक, संतोष भवानी, अमन गुप्ता, योगेंद्र प्रजापति, अजीत गुप्ता तथा छात्राओं में रजनी मिश्रा, आरजू सिंह, सपना श्रीवास्तव इत्यादि का सहयोग सराहनीय रहा।
