
दो सहायक अध्यापक बर्खास्त, फर्जी डिग्री के सहारे 15 साल से उठा रहे थे वेतन।
फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी करने की घटनाएं प्रकाश में आती रहती है और यदि शिक्षा के क्षेत्र में भी फर्जी डिग्री से लोग अध्यापक बनेंगे तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों का भविष्य क्या होगा? मऊ के भिखारीपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक पद पर धर्मानंद भारती और उच्च प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर के सहायक अध्यापक रामलाल यादव को बर्खास्त कर दिया गया। साथ ही बीईओ को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। दोनों अध्यापक 15 सालों से फर्जी प्रमाण पत्र के जरिये वेतन उठा रहे थे। विभागीय सत्यापन के दौरान फर्जीगिरी पकड़ में आई।
बड़राव ब्लाक क्षेत्र के भिखारीपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक पद पर धर्मानंद भारती की तैनाती 2009 में हुई थी। इसी तरह फतेहपुर मण्डाव ब्लाक क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यायल बहादुरपुर के सहायक अध्यापक के पद पर राम लाल यादव 2005 से नोकरी कर रहा था।
