
समाज में अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुंचाना हमारा मुख्य उद्देश्य: कुलपति आनंद त्यागी।
आदिवासी अंचल में शिक्षा की लौ जगायेंगे: आनंद त्यागी।
शक्तिनगर। समाज सेवा, देश सेवा की सोच के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने काशी विद्यापीठ की स्थापना की नींव रखी थी। युवा पीढ़ी को शिक्षित करने के साथ ही देश के स्वतंत्रता संग्राम लड़ाई के लिए तैयार करना भी विद्यापीठ का मुख्य उद्देश्य रहा। काशी विद्यापीठ के कई पुरातन छात्रों ने आजादी के समय अपने प्राणों की आहुति दे गुलामी की जंजीरों से देश को मुक्त कराने में अहम योगदान दिया। आजादी के बाद समाज में बहुत से पहलुओं पर आजादी से संघर्ष जारी है और काशी विद्यापीठ के एनटीपीसी परिसर के आसपास के क्षेत्र आदिवासी बहुल जनजातीय आबादी से भरा पड़ा है। एनटीपीसी लगातार विद्युत उत्पादन के साथ समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है लेकिन शिक्षा के उच्च संस्थान ना होने के कारण गरीब परिवार के बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा था। जिसे ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी शक्तिनगर कैंपस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय परिसर खोला गया। सुदूर क्षेत्रों के बच्चों को उच्च शिक्षा का अवसर प्रदान करने हेतु विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर सदैव अग्रणी भूमिका निभा रहा है। 1921 में स्थापित काशी विद्यापीठ की शिक्षा की श्रेणी में देश में अनूठा स्थान है और अभी हम विद्यापीठ के गौरवशाली शताब्दी वर्ष बना रहे हैं। समय के साथ रोजगार परक तकनीकी शिक्षा छात्रों को उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है, जिससे आदिवासी क्षेत्र भी उन्नति की मिसाल बन सके। उक्त बातें महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ कुलपति आनंद त्यागी ने कही।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ कुलपति आनंद त्यागी के एनटीपीसी विद्यापीठ कैंपस में प्रथम आगमन पर विश्वविद्यालय परिवार द्वारा स्वागत समारोह और दृश्य कला प्रदर्शनी आयोजित किया गया। मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन के बाद सभी अतिथियों का अंग वस्त्र व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। अतिथियों का स्वागत परिचय विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर निदेशक चंद्रशेखर सिंह ने कराया और कार्यक्रम का संचालन छात्रा सौम्या सिंह राजपूत ने किया।
कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित एनटीपीसी सिंगरौली मुख्य महाप्रबंधक वसुराज गोस्वामी ने कहा कि विद्युत उत्पादन के साथ समाजसेवा व गुणवत्ता युक्त शिक्षा हर वर्ग विशेष तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पुरातन छात्रों के गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुए व सूरज गोस्वामी ने बताया कि एसएस शिक्षा के महान मंदिर में उपस्थित होकर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कुलपति जी के आगमन पर शक्तिनगर परिसर में तकनीकी शिक्षा की शुरुआत करने पर जोर दिया गया और एनटीपीसी विभिन्न पहलुओं पर जब भी आवश्यकता होगी विद्यापीठ परिवार के साथ खड़ा रहेगा।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से शक्तिनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश कुमार मिश्र, एनटीपीसी एजीएम एचआर विजय सिकदर, एनसीएल खड़िया सीएसआर अधिकारी राजाराम यादव, एनटीपीसी कार्मिक अधिकारी नरेश कुमार, कोटा उप चिकित्सा अधिकारी डॉ नृपेंद्र सागर, बीडीसी रंजीत कुशवाहा, ऊर्जांचल सामुदायिक रेडियो संचालक शशिधर गर्ग, डॉ मानिक चंद पांडे, डॉ अपर्णा त्रिपाठी सहित काशी विद्यापीठ शिक्षक परिवार व सभी छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
