
घोरावल विधानसभा सीट पर रमेश दुबे की इंट्री के बाद विपक्षियों में मचा हड़कंप।
रमेश दुबे घोरावल से होंगे समाजवादी पार्टी प्रत्याशी।
सोनभद्र। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही सोनभद्र जिले की घोरावल विधानसभा सीट पर लोगों की दिलचस्पी ने खासी सुर्खियां बटोरी थी और घोरावल विधानसभा हाई प्रोफाइल सीट पर लगातार बढ़ रहे सस्पेंस ने कई प्रत्याशियों की सांसे रोक रखी थी। परंतु काफी उहापोह की स्थिति के बाद पूर्व विधायक रमेश दुबे को समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी बनाकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। ठंडी में भी जिले का तापमान बढ़ गया है और पूर्व विधायक रमेश दुबे घोरावल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार होकर विधानसभा चुनाव में ठोकेंगे ताल।
समाजवादी पार्टी से घोरावल सीट पर रमेश दुबे के अलावा पूर्व जिला अध्यक्ष संजय यादव सहित चेखुर पांडे ने टिकट की दावेदारी पेश की थी। वहीं अपना दल कमेरावादी से गठबंधन होने के बाद घोरावल सीट पर अपना दल कमेरावादी से सुरजीत पटेल को विधायक प्रत्याशी बनाया था। लेकिन राजनीति में कहावत चरितार्थ है कि जिसके भाग्य में राजयोग होता है वहीं चुनाव लड़ता है। घोरावल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक रमेश दुबे की लोकप्रियता पर मुहर लगाते हुए सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है और विपक्षी दलों के लिए मजबूत दावेदार से मजबूती के साथ लड़ाई का संदेश दे दिया है।
सोनभद्र जिले में वर्ष 2012 में अस्तित्व में आई घोरावल विधानसभा सीट पर पहली जीत समाजवादी पार्टी के रमेशचंद्र दुबे को मिली थी। उन्होंने इससे पहले राजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में शामिल रही घोरावल सीट पर दो बार से जीतते आ रहे तत्कालीन बसपा के अनिल मौर्या को 15187 वोट से हराया था। वर्ष 2017 में मोदी लहर में अनिल मौर्या ने भाजपा ज्वाइन कर लिया और रमेश चंद दुबे को 57649 मतों से हराकर फिर से घोरावल सीट अपने नाम दर्ज कर लिया। इस बार भी घोरावल में भाजपा के अनिल मौर्या और समाजवादी पार्टी के रमेश चंद्र दुबे का ही सीधा मुकाबला माना जा रहा था।
