
शक्तिनगर। एनसीएल में खदान सुरक्षा नियमों को स्थापित करने के लिए सुरक्षा सप्ताह के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करने वाली संस्था के आवासीय परिसर में हो रहे कार्यों में सुरक्षा नियमों की जमकर अनदेखी की जा रही है। ताजा मामला कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल सिंगरौली के खड़िया क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जहां एनसीएल खड़िया आवासीय परिसर में बिजली के खंभों की पेंटिंग के लिए हो रहे कार्यों में सुरक्षा नियमों को ठेंगा दिखाते हुए ठेकेदार अपने मनमानी पर उतारू है और संबंधित विभाग आंखों पर पट्टी बांधकर धृतराष्ट्र बना हुआ है।
मजदूरों को बिना हेलमेट व हार्नेस के पोल पर पेंटिंग करने के लिए चढ़ाकर उनकी जान को जोखिम में डालने का खेल खेला जा रहा है और बेचारे मजदूर रोजी रोटी के लिए खतरों से खेल कर पोट पेंटिंग करने को विवश हैं। पोल पर लगभग 12 फीट दूरी तक सीढ़ी के सहारे चढ़ने के बाद मजदूर हाथों के सहारे ट्यूबलर पोल पर चढ़कर पेंटिंग का कार्य कर रहे हैं। एक हाथ में ब्रश लेकर पेंटिंग करते हुए दूसरे हाथ के सहारे पोल से लटक कर सरकते हुए जान जोखिम में डालकर कार्य करने को मजबूर हैं।
हाल ही में कोल इंडिया चेयरमैन द्वारा एनसीएल खड़िया खदान क्षेत्र व आवासीय परिसर का दौरा किया गया था। ऐसे में सुरक्षा नियमों की ऐसी घोर लापरवाही संविदा ठेकेदार की उदासीनता को दर्शाती है और संबंधित विभाग के अधिकारियों के सुस्त चाल पर सवाल उठना लाजमी है। यदि कोई अनहोनी हो जाए तो जिम्मेदारी किसकी होगी?
