
शक्तिनगर। कोयला मंत्रालय द्वारा वृक्षारोपण अभियान 2021 को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में वृहद स्तर पर कोयला एवं संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी एवं रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल की उपस्थिति में वर्चुअल माध्यम से आरम्भ किया गया। इसी क्रम में कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल सिंगरौली के खड़िया खदान क्षेत्र में गुरुवार को लगभग छः हजार छायादार व फलदार पौधों का रोपण व एक हजार पौधौं का वितरण किया गया। इस अवसर पर खड़िया खदान क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पिपरी रेंज वन विभाग एसडीओ उमेश तिवारी, खड़िया वन रेंज अधिकारी धीरेंद्र मिश्रा, शक्तिनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मिथलेश मिश्र, खड़िया ग्राम प्रधान विजय गुप्ता उर्फ लालबाबू, कोटा ग्राम प्रधान प्रमोद तिवारी एवं राजा परसवार ग्राम प्रधान अविनाश कुमार को एनसीएल खड़िया परियोजना मुख्य महाप्रबंधक राजीव कुमार व खनन स्टाफ अधिकारी पीके त्रिपाठी द्वारा स्मृति चिन्ह के रूप में पौधे भेंट कर वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की गई। इस अवसर पर एनसीएल खड़िया परियोजना अधिकारी सुमन सौरभ, खान अधिकारी सीपी सिंह, उप कार्मिक प्रबंधक पाड़ी पंकज पांडे, राजस्व अधिकारी राजाराम यादव, सुरक्षा अधिकारी एसपी सिंह, शिवेंद्र सिंह सहित सभी जेसीसी सदस्य एवं परियोजना श्रमिक संगठन पदाधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

पिपरी वन रेंज एसडीओ उमेश तिवारी ने कहा कि वन महोत्सव का इतिहास 1947 का है, जब इसे पहली बार पंजाबी वनस्पतिशास्त्री एमएस रंधावा द्वारा 20 से 27 जुलाई तक आयोजित किया गया था। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि पहली बार 1950 में तत्कालीन पर्यावरण मंत्री रफी अहमद किदवई के जरिए वन महोत्सव के पहले आयोजन का उद्घाटन किया, जिसमें वनस्पतियों और जीवों पर वनों की कटाई के प्रभाव पर जोर दिया गया था। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से अपील करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि प्रतिदिन कम से कम एक वृक्ष लगाकर वन और वन्य जीव सरक्षण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाए। वनों को नष्ट करके उत्पादित या बनाए गए उत्पादों को खरीदने की प्रवत्ति कम या बंद कर सकते हैं और उनका उपयोग करने से बच सकते हैं। अपने घरों, स्कूलों, कार्यालयों और कॉलेजों में पेड़ लगाएं और विभिन्न जागरूकता अभियानों में भाग लें।

एनसीएल खड़िया खदान क्षेत्र मुख्य महाप्रबंधक राजीव कुमार ने कहा कि कोयला क्षेत्र वर्तमान में केवल कोयले की बढ़ती मांग को ही पूरा करने के लिए प्रयासरत नहीं है अपितु पर्यावरण स्थिरता के प्रति भी उतना ही संवेदनशील है। खनन क्षेत्रों के आस-पास ‘ग्रो ग्रीनिंग’ अभियान एक प्रमुख पहल रहा है, जो न केवल स्थानीय वातावरण में सुधार ला रहा है, बल्कि जलवायु परिवर्तन के कारणों को कम करने के लिए अतिरिक्त कार्बन सिंक का भी निर्माण कर रहा है।
वृक्षारोपण अभियान 2021 को कोयला क्षेत्रों में आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य समाज और आम लोगों को उनके निकटवर्ती क्षेत्रों में वृक्षारोपण की अधिक से अधिक पहल करने के लिए संवेदनशील बनाने तथा प्रेरित किये जाने की उम्मीद है।
