
पर्यावरण को बचाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ समाज की भी: विधायक भूपेश चौबे।
- बिगड़ते पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण जरूरी: सांसद पकौड़ी लाल कोल।
- पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सदर विधायक एवं सांसद ने किया पौधारोपण।

सोनभद्र। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अहम पहल है क्योंकि जीवनदायनी ऑक्सीजन का एकमात्र स्त्रोत वृक्ष ही हैं। मानव जीवन वृक्षों पर ही निर्भर है। यदि वृक्ष नहीं रहेंगे तो धरती पर जीवन संकट में पड़ जाएगा। वन महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत वन प्रभाग सोनभद्र में आयोजित वृक्षारोपण जन आंदोलन अभियान के अंतर्गत रविवार को लोकसभा सांसद पकौड़ी लाल कोल एवं सदर विधायक भूपेश चौबे ने पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पौधारोपण किया।
सोनभद्र सदर विधायक भूपेश चौबे ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और संवर्द्धन कोई साधारण मसला नहीं है। आज के परिवेश में ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी पर जीवन के लिए चुनौती बना हुआ है। पर्यावरण का संकट मानव अस्तित्व को चुनौती दे रहा है। पर्यावरण को बचाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ-साथ समाज की भी है। समाज और सरकार को मिलकर वृक्षारोपण संस्कृति का विकास करना होगा, जिसके फायदे कई स्तरों पर समाज को मिलेंगे। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। वहीं जंगलों का विस्तार प्राणवायु के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि का भी संबल बनेगा। पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण अत्यंत जरूरी है। वृक्ष लगाने से वातावरण भी स्वच्छ रहता है। प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए हर व्यक्ति को कम से कम एक वृक्ष लगाना चाहिए।

सोनभद्र लोकसभा सांसद पकौड़ी लाल कोल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए आमजन का वृक्षारोपण करना बहुत जरूरी है। हरे पेड़ों को ना तो स्वयं कांटे, और ना ही किसी को काटने दें। बिगड़ते पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण जरूरी है।
