
आईओसीएल के पीछे किसके इशारे पर हो रहा काले हीरे का काला खेल-सूत्र।
काले हीरे के काले खेल की सुगबुगाहट को सिरे से नकारा जयंत चौकी प्रभारी में।
सिंगरौली। ऊर्जांचल में कोयला खदान एवं पावर प्लांटों की संख्या बहुतायत में है। जहां कोयला कबाड़ डीजल माफिया किसी न किसी रूप में सक्रिय रहते हैं और सूत्रों की माने तो खादी व खाकी के सहयोग से यह माफिया सिंडिकेट बनाकर अवैध कारोबार को चलाते रहते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ताजा मामला विंध्यनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत जयंत चौकी के आईओसीएल के पीछे ट्रेन से कोयला उतारकर भंडारण का है। चलती ट्रेन की स्पीड किसके इशारे पर कम होती है और ट्रेन से कोयला उतारने वाले मजदूर बेखौफ होकर अपने कार्य को अंजाम देते हैं। फिर कोयले को एकत्रित कर आईओसीएल के पीछे जंगल में भंडारण किया जाता है और गाड़ी में लोडकर बाहर भेज दिया जाता है। पुलिस द्वारा लगातार गस्त करने के बावजूद कोयला माफिया किसके संरक्षण में सक्रिय हैं और बेखौफ कोयले के अवैध कारोबार को संचालित कर रहे हैं। ट्रेनों से कोयला उतारने के अलावा कोयला खदानों से निकलने वाली ट्रकों से भी कटिंग कर कोयला आईओसीएल के पीछे भंडारण करने की सूचना है। भंडारण किए गए कोयले को ट्रकों में भरकर वाराणसी चंदासी मंडी भेजा जा रहा है। महज कुछ दिनों से काले हीरे के काले कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।
जयंत चौकी प्रभारी अभिमन्यु द्विवेदी ने बताया कि मीडिया में खबर चलने के बाद पुलिस द्वारा उक्त जगह का मुआयना किया गया लेकिन कहीं भी कोयला भंडारण नहीं दिखा। जयंत पुलिस चौकी क्षेत्र में यदि कोई भी अवैध कार्य करते हुए पकड़ा गया तो उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
